प्रत्येक व्यक्ति को खुद को समझना होगा तो ही अपने कर्तव्य का बोध होगा- प्रतापपुरी

- आकोली में सम्राट वीर विक्रमादित्य परमार की मूर्ति का हुआ अनावरण
जालोर . आकोली गांव के बस स्टैंड के समीप रविवार को सम्राट वीर विक्रमादित्य परमार की मूर्ति का अनावरण समारोह पूर्वक हुआ। कार्यक्रम सम्राट वीर विक्रमादित्य स्मारक निर्माण समिति एवं समस्त ग्रामवासी आकोली के तत्वावधान में आयोजित हुआ । कार्यक्रम में संत सानिध्य महंत प्रतापपुरी महाराज तारातरा मठ बाड़मेर एवं आचार्य विजय जयरतन सुरीश्वर महाराज एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जोगेश्वर गर्ग मुख्य सचेतक राजस्थान सरकार थे ।
कार्यक्रम में सानिध्य लेटा महंत रणछोड़ भारती जागनाथ नारणावास के महंत महेंद्र भारती ,कटकेश्वर महंत कुलदीप भारती आनंद नाथ महाराज , सांथू गायत्री आश्रम के विष्णु स्वरूप महाराज कैलाश नगर के साध्वी सत्यानंद नवाराम भोपाजी आदि संतों के सानिध्य में कार्यक्रम का आयोजन हुआ कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि आहोर विधायक छगन सिंह राजपुरोहित, सेवानिवृत आईएएस अधिकारी गंगा सिंह परमार, खंगार सिंह आकोली, त्रिभुवन सिंह आकोली, आकोली सरपंच चोपाराम देवासी मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत वीर विक्रमादित्य की तस्वीर के आगे दीप प्रज्वलित कर की गई तत्पश्चात ग्राम वासियों द्वारा संस्था एवं अतिथियों का माला एवं साफा पहनकर स्मृति चिन्ह देकर बहुमान किया।
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समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि गर्ग ने कहा की सम्राट वीर विक्रमादित्य महान् समाट थे, उन्होंने बिना भेदभाव किये सबको साथ लेकर न्याय किया उन्होंने सभी से उनके पद चिन्हों पर चलने का आह्वान किया वे न्याय प्रिय शासक रहे। महंत प्रताप पुरी ने कहा कि वीर विक्रमादित्य वो राजस्थान के ही नहीं पूरे भारत के सम्राट थे उन्होंने हमेशा न्याय के साथ शासन किया उनके आदर्शों को आज भी याद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को खुद को पहचानना होगा समझना होगा ताकि उसे अपने कर्तव्य का बोध होगा अपने आप को नहीं जानेंगे तो समस्या का समाधान नहीं होगा वो समस्या चाहे समाज की हो, राज्य की हो या देश की।
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विधायक छगनसिंह राजपुरोहित ने कहा कि आकोली गांव में वीर विक्रमादित्य की मूर्ति लगने से ग्राम वासियों के लिए गौरव की बात है उन्होंने कहा कि आकोली समेत आसपास के लोग मूर्ति से प्रेरणा लेंगे उन्होंने ग्राम वासियों एवं भामाशाहों का आभार जताया। क्षत्रिय युवक संघ केंद्रीय कार्यकारिणी के रेवत सिंह पाटोदा ने वीर विक्रमादित्य के जीवनी पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहां की उनके शासनकाल से ही नव वर्ष विक्रम संवत का आरंभ हुआ था जो आज भी चल रहा है उन्होंने कहा कि भगवान राम श्री कृष्ण के बाद वीर विक्रमादित्य का नाम आता है आज भी उनको याद किया जाता है अंत में गंगा सिंह परमार रामसीन ने संत महात्मा एवं अतिथियों का आभार जताया। कार्यक्रम में मंच का संचालन राजेंद्र सिंह ने किया।
तत्पश्चात पंडाल के पास लगी मूर्ति का महंत प्रताप पुरी, मुख्य सचेतक गर्ग विधायक राजपुरोहित पूर्व आईएएस परमार ने अनावरण किया। इस दौरान ढोल बाजे एवं पटाखे की धूम मची रही। कार्यक्रम में आकोली समेत बागरा देलदरी सांथू ,सरत नारणावास आडवाडा बुगाव देवाडा जालौर मांडोली ,बिबलसर सियाणा रामसीन सरत नून चादुर कोलर सिकवाडा डुडसी धानपुर दीगाव समेत दर्जनों गांव के लोग कार्यक्रम में पहुंचे पंडित तेजराज ने कार्यक्रम को विधि विधान पूर्वक संपन्न करवाया। इस अवसर पर बागरा थानाधिकारी मोहन लाल गर्ग , हितेंद्र सिंह थुर, डुंगर सिंह ,कालुसिंह आकोली, भाजपा नेता भुपेंद्र देवासी ,रूप सिंह नारणावास, हरी सिंह ,प्रकाश सुथार ,फुसाराम लोहार, जबर सिंह भायल ,मंगल सिंह चौहान ,भानाराम देवासी, मांग सिंह ,नाथु सोलंकी ,मोटाराम घांची समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।