तमिलनाडु: जल्लीकट्टू खेल में बैल पकड़ते समय 19 घायल, 11 अस्पताल में भर्ती, तीन गांवों में हो रहा खेल का आयोजन
तमिलनाडु स्थित मदुरै के अवनियापुरम गांव में 15 जनवरी यानी आज से जलीकट्टू 2023 की शुरुआत हो रही है। बता दें कि जल्लीकट्टू कार्यक्रम की शुरुआत मदुरै के तीन गांवों में किया जाएगा।
डेस्क न्यूज़ - तमिलनाडु स्थित मदुरै के अवनियापुरम गांव में 15 जनवरी यानी आज से जलीकट्टू 2023 की शुरुआत हो रही है। बता दें कि जल्लीकट्टू कार्यक्रम की शुरुआत मदुरै के तीन गांवों में किया जाएगा। 15 जनवरी को इसकी शुरुआत अवनियापुरम, 16 जनवरी को पलमेडु और 17 जनवरी को अलंगनाल्लुर में जल्लीकट्टू खेला जाएगा। बता दें कि इससे पूर्व जलीकट्टू को लेकर जिला प्रशासन द्वारा कुछ दिशानिर्देश जारी किए गए थे।
सांड और खिलाडियों की सुरक्षा के लिए प्रशासन अलर्ट
मदुरै जिला कलेक्टर अनीश शेखर ने कहा कि जलीकट्टू का संचान सुचारू रूप से चल सके इसके लिए सभी उचित प्रबंध किए गए हैं। खिलाड़ी और सांड दोनों की सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। जिस स्थान पर जलीकट्टू खेला जाएगा वहां 3 वस्तर की बैरिकेडिंग सुविधा लगाई गई है। जिला कलेक्टर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट व राज्य सरकार के सभी नियमों का पालन किया जाएगा। हाईकोर्ट के मुताबिक केवल 25 लोग ही एक बार में खेल सकेंगे और 300-800 से अधिक खिलाडियों के पूरे आयोजन में भाग लेने की उम्मीद है।
क्या है जल्लीकट्टू?
जलीकट्टू पोंगल के त्योहार के दौरान तमिलनाडु में मनाया जाता है। इस दौरान मवेशियों को पूजा जाता है और इसलिए जल्लीकट्टू के नाम से कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. जलीकट्टू के खेल के दौरान एक सांड को बीच में छोड़ दिया जाता है और वहां मौजदू खिलाड़ी अधिक से अधिक समय तक सांड के कूबड़ को पकड़कर उसे काबू करने का प्रयास करते हैं।
न्यूज़ सोर्स - इंडिया न्यूज़
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